गरीबी से सफलता तक: 3 असली प्रेरक कहानियाँ
ज्योति कुमारी — लॉकडाउन में 1,200 किमी साइकिल से घर वापसी ज्योति कुमारी बिहार की रहने वाली छात्रा हैं। लॉकडाउन के दौरान, जब परिवहन पूरी तरह बंद हो गया था, उसने अपने घायल पिता के साथ साइकिल पर लगभग 1,200 किलोमीटर का सफर तय किया। उनका साहस और हिम्मत पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गई। इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि मुश्किल हालात में भी उम्मीद और धैर्य नहीं खोना चाहिए। Read Also : चंबल: वाइल्डलाइफ लवर्स के लिए मध्य प्रदेश का छिपा हुआ रत्न दीपिका कुमारी — गरीबी से ओलम्पिक तक दीपिका कुमारी झारखंड के छोटे गाँव की रहने वाली थीं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी और कभी-कभी खाने-पीने की भी दिक्कत होती थी। लकड़ी के बने धनुष-बाण से उन्होंने अभ्यास शुरू किया। अपनी मेहनत और लगन के कारण उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया। उनकी कहानी यह सिखाती है कि सीमित संसाधनों में भी अगर लक्ष्य और मेहनत सही दिशा में हो तो कोई भी ऊँचाई हासिल की जा सकती है। सविताबेन — कोयले बेचकर शुरू किया व्यवसाय सविताबेन एक दलित परिवार से आती थीं। उन्होंने शुरुआत कोय...

दुनिया के पहले फ़ोटो के बारे में जानकारी बहुत ज्ञान वर्धक लगा । इसी तरह के सुंदर लेख अपने ब्लॉग The Bolti Kalam पर प्रकाशित करते रहें ।
जवाब देंहटाएं- सुदर्शन
Thanks for great information.
जवाब देंहटाएं- Sudarshan
WELCOME SIR
जवाब देंहटाएंapka sdhanyavad ji
जवाब देंहटाएंthanks ji apka
जवाब देंहटाएंdhayav ji apka
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