लाहौल-स्पीति: बर्फ़ीली वादियों का अनकहा सौंदर्य

चित्र
हिमाचल प्रदेश की गोद में बसा लाहौल-स्पीति एक ऐसा इलाका है जहाँ हर मोड़ पर प्रकृति का नया रंग दिखता है। ऊँचे-ऊँचे बर्फ़ से ढके पहाड़, नीले आसमान के नीचे चमकती नदियाँ, और प्राचीन मठों की घंटियाँ—ये सब मिलकर उस शांति का एहसास कराते हैं जो शब्दों से परे है। यहाँ की हवा में एक अलग ताज़गी है, जैसे हर सांस में हिमालय की आत्मा बसती हो। लाहौल-स्पीति की धरती पर कदम रखते ही ऐसा लगता है मानो आप किसी और दुनिया में आ गए हों। पत्थर के बने छोटे-छोटे गाँव, लकड़ी और मिट्टी से बने घर, और दूर-दूर तक फैली निस्तब्ध वादियाँ—इन सबमें जीवन की एक सरल लय बहती है। यहाँ का हर दिन सूर्योदय से शुरू होता है जब बर्फ़ से ढकी चोटियों पर सुनहरी किरणें पड़ती हैं, और शाम होते-होते पूरा आसमान लालिमा से रंग जाता है। यह इलाका सिर्फ़ अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी संस्कृति के लिए भी जाना जाता है। बौद्ध धर्म के मठ, जैसे की-मठ या ताबो मठ, इस क्षेत्र की आत्मा हैं। यहाँ की प्रार्थनाओं की ध्वनि और घूमते हुए प्रार्थना-चक्र इस घाटी में एक अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण रचते हैं। स्थानीय लोग सादगी और अपनापन से भरे हैं, औ...

माउंट आबू: अरावली की गोद में सजी प्राकृतिक स्वर्ग नगरी

 


राजस्थान का नाम आते ही मन में रेत के टीलों, गर्म हवाओं और मरुस्थल की तस्वीर उभरती है, लेकिन इन्हीं सब के बीच एक ऐसा स्थान है जो इस छवि को बदल देता है। यह है माउंट आबू, राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन। अरावली पर्वतमाला की ऊँचाइयों पर बसा यह छोटा-सा शहर प्रकृति की गोद में छिपा एक नगीना है, जहाँ हर ओर हरियाली, ठंडी हवा और झीलों की शांति है।

माउंट आबू का इतिहास भी उतना ही दिलचस्प है जितना इसका मौसम। कहा जाता है कि इसका नाम “अर्बुदा पर्वत” से पड़ा, जहाँ प्राचीन काल में ऋषि-मुनियों का निवास था। यहाँ का वातावरण आध्यात्मिकता से भरा हुआ है, जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक आस्था का संगम देखने को मिलता है।

इस शहर की पहचान सबसे पहले नक्की झील से होती है। झील के चारों ओर बसे बाजार और सैर के लिए उपलब्ध नावें इसे पर्यटकों के लिए खास बनाती हैं। शाम के समय जब सूर्य झील के पानी में अपना सुनहरा रंग घोल देता है, तो वह दृश्य मन मोह लेता है। इसके अलावा दिलवाड़ा जैन मंदिर अपने संगमरमर की बारीक नक्काशी के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। मंदिरों की सुंदरता और शांति हर आगंतुक को आत्मिक सुकून देती है।

माउंट आबू का सबसे ऊँचा स्थान गुरु शिखर है, जहाँ से पूरा अरावली क्षेत्र नजर आता है। ठंडी हवा, दूर-दूर तक फैली पहाड़ियाँ और बादलों से घिरी घाटियाँ यहाँ आने वाले हर व्यक्ति को मोहित कर देती हैं। यहाँ एक छोटा सा मंदिर भी है जो इस जगह को और अधिक पवित्र बनाता है।

राजस्थान की तपती गर्मी में जब बाकी शहरों में सूरज आग बरसाता है, तब माउंट आबू में मौसम मनमोहक बना रहता है। यहाँ की ठंडी हवा, शांत वातावरण और प्राकृतिक हरियाली इसे गर्मी से राहत पाने के लिए सबसे पसंदीदा स्थल बनाती है। स्थानीय व्यंजन, रंग-बिरंगे बाजार और लोगों की सादगी यहाँ के अनुभव को और भी यादगार बना देते हैं।

माउंट आबू सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं बल्कि एक अनुभव है। यह उन यात्राओं में से है जो मन में बस जाती हैं। अगर आप कभी राजस्थान की यात्रा पर जाएँ, तो माउंट आबू को अपनी सूची में ज़रूर शामिल करें। यहाँ की ठंडी हवा और पहाड़ी सौंदर्य आपकी आत्मा को सुकून देंगे और आप बार-बार यहाँ लौटने का मन बनाएँगे।

टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट

प्रतापगढ़ विलेज थीम रिज़ॉर्ट Haryana — शहर के शोर से दूर देहात की सुकून भरी झलक

दुनिया की पहली फोटो की कहानी

पेरिस की सड़कों पर भारत की यादें : एक पुराना सफर

जिनेवा और इंटरलाकेन में देखने को मिलता है बॉलीवुड का जादू

भारत की काँच नगरी फ़िरोज़ाबाद: इतिहास, हुनर और परंपरा की कहानी

डिजिटल दुनिया की मार : आँखें थकीं, कान पके

समय में थमा हुआ शहर चेत्तिनाड,जहाँ हवेलियाँ बोलती हैं

जोहरन ममदानी: टैक्सी ड्राइवर के बेटे से न्यूयॉर्क सिटी के मेयर तक

जानिए दुनिया के किन-किन देशों में मनाई जाती है दीवाली

शेखावाटी: हवेलियों की कहानी और व्यापारियों की विरासत