मुठिया, छत्तीसगढ़ का पारंपरिक व्यंजन

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  भारत के हृदय में स्थित छत्तीसगढ़ अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और जीवंत परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। इसकी राजधानी रायपुर विभिन्न समुदायों का संगम है, जहाँ हर समुदाय अपनी विशिष्ट पाक परंपराओं से इस क्षेत्र के अनोखे स्वाद-पटल को समृद्ध करता है। सड़क किनारे के ठेलों से लेकर उच्चस्तरीय रेस्तरां तक, रायपुर में स्थानीय व्यंजनों की भरपूर विविधता मिलती है, जो छत्तीसगढ़ के असली स्वाद को प्रस्तुत करती है। इस स्वाद-यात्रा में हम उन खास स्थानीय पकवानों की खोज करेंगे, जो रायपुर और छत्तीसगढ़ को खाने के शौकीनों के लिए स्वर्ग बना देते हैं।  READ ALSO : बॉल मिठाई : नैनिताल की मीठी पहचान मुठिया  मुठिया, छत्तीसगढ़ का पारंपरिक व्यंजन, राज्य की पारंपरिक शैली में तैयार किए गए पकौड़ों का एक विशेष रूप है। चावल के घोल में विभिन्न मसालों का मेल कर इन्हें बनाया जाता है, लेकिन इसकी खासियत इसके पकाने के तरीके में है – तलने के बजाय भाप में पकाना। यह विधि मुठिया के हर घटक का असली स्वाद बनाए रखती है। छत्तीसगढ़ में व्यापक रूप से पसंद किया जाने वाला यह व्यंजन खास तौर पर नाश्ते में परोसा जाता है और न केव...

जानिए दुनिया के किन-किन देशों में मनाई जाती है दीवाली


सिंगापुर में दीपावली 
क्या आप जानते हैं कि दीवाली सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी धूमधाम से मनाई जाती है? जहाँ-जहाँ भारतीय समुदाय बसा है, वहाँ यह पर्व एक सांस्कृतिक उत्सव बन चुका है।

पड़ोसी देशों में दीवाली का महत्व

भारत के पड़ोसी देश नेपाल में दीवाली को ‘तिहार’ कहा जाता है। यह पाँच दिन तक चलने वाला पर्व है जिसमें लक्ष्मी पूजन के साथ पशु-पक्षियों और भाई-बहन के रिश्तों का सम्मान किया जाता है।

श्रीलंका में यह त्योहार तमिल हिंदू समुदाय में विशेष रूप से मनाया जाता है। लोग मंदिरों में पूजा करते हैं, घर सजाते हैं और पारंपरिक व्यंजन बनाते हैं। दोनों ही देशों में दीवाली को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व के रूप में गहरा महत्व दिया जाता है।

 एशिया और कैरेबियन देशों में दीपावली उत्सव

मलेशिया और सिंगापुर में दीपावली एक सरकारी अवकाश होता है। लोग अपने घरों को रंगोली और लाइटों से सजाते हैं और मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं।

त्रिनिदाद एंड टोबैगो और फ़िजी में भी दीवाली बड़े पैमाने पर मनाई जाती है। यहाँ यह न सिर्फ धार्मिक पर्व बल्कि एक राष्ट्रीय उत्सव बन चुका है। सरकार और स्थानीय समुदाय मिलकर सांस्कृतिक

कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।

 वैश्विक स्तर पर दीवाली की पहचान

मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भी भारतीय समुदाय के कारण दीपावली को व्यापक रूप से मनाया जाता है। इन देशों में मंदिरों और सामुदायिक केंद्रों पर पूजा होती है, लाइटिंग और आतिशबाज़ी का आयोजन किया जाता है।

आज दीपावली सिर्फ भारत का नहीं बल्कि पूरी दुनिया का त्योहार बन चुकी है। यह त्यौहार हर जगह एक ही संदेश देता है — “प्रकाश फैलाओ, खुशियाँ बाँटो”।


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