लद्दाख की अनोखी विवाह प्रणाली: परंपरा और आधुनिकता का संगम
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अनोखी विवाह प्रणाली |
पारंपरिक ‘अरेंज मैरिज’ की प्रथा
लद्दाख में शादी प्रायः अरेंज मैरिज यानी पारिवारिक तय की गई शादियों के रूप में होती है। विवाह के लिए वर और वधू के परिवार आपस में बैठकर निर्णय लेते हैं।
कई बार बच्चे की शादी का प्रस्ताव बचपन में ही तय कर दिया जाता है।
वर और वधू की राशि, परिवार की स्थिति और समाज में प्रतिष्ठा को ध्यान में रखा जाता है।
शादी की तारीख ज्योतिष के अनुसार निकाली जाती है और इसे बहुत शुभ अवसर माना जाता है।
विशेष बात– लद्दाख में शादी से पहले दोनों परिवारों के बीच आपसी सम्मान और
रिश्ते की मज़बूती को प्राथमिकता दी जाती है।‘फ्रेटर्नल पॉलीएंड्री’ – भाईयों की एक ही पत्नी की परंपरा
लद्दाख में एक समय पर Fraternal Polyandry नाम की एक अनोखी विवाह प्रथा प्रचलित थी।
इसमें एक महिला की शादी परिवार के सभी भाइयों से कर दी जाती थी।
इसका उद्देश्य था :
परिवार की ज़मीन और संपत्ति को विभाजित होने से बचाना।
कृषि योग्य ज़मीन को एक साथ रखना।
सामाजिक और आर्थिक स्थिरता बनाए रखना।
हालांकि आधुनिक शिक्षा, कानून और बदलती सोच के कारण यह प्रथा अब धीरे-धीरे समाप्त हो रही है। लेकिन पुराने समय में यह लद्दाख की सामाजिक व्यवस्था का अहम हिस्सा थी।
आधुनिक लद्दाख में बदलती सोच
आज लद्दाख में शिक्षा और जागरूकता बढ़ने के साथ विवाह प्रणाली में भी बदलाव आ रहे हैं। युवा अब लव मैरिज को भी स्वीकार कर रहे हैं।
कई लोग शहरों में जाकर शादी करते हैं और आधुनिक जीवन शैली अपना रहे हैं।
फिर भी पारंपरिक विवाह समारोह और रस्मों का अपना विशेष महत्व आज भी कायम है।
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