नागौर का मेला : क्या आप जानते हैं इसका एक रहस्य सदियों से छिपा है?

चित्र
  राजस्थान अपनी रंगीन संस्कृति, लोक परंपराओं और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसी सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है नागौर का प्रसिद्ध मेला, जिसे लोग नागौर पशु मेला या रामदेवजी का मेला भी कहते हैं। यह मेला हर साल नागौर को एक अनोखे रंग में रंग देता है, जहाँ परंपरा, व्यापार, लोक-कलाएँ और ग्रामीण जीवन की असली झलक देखने को मिलती है। मेले की ऐतिहासिक पहचान नागौर का मेला सदियों पुराना है। प्रारंभ में यह मुख्य रूप से पशु व्यापार के लिए जाना जाता था, लेकिन समय के साथ यह एक समृद्ध सांस्कृतिक आयोजन बन गया। यह मेला आज राजस्थान की मिट्टी, लोकगीतों, खान-पान और ग्रामीण जीवन की रौनक को करीब से दिखाने वाली परंपरा बन चुका है। इसका महत्व सिर्फ सांस्कृतिक नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। एशिया का प्रमुख पशु मेला नागौर मेला एशिया के सबसे बड़े पशु मेलों में से एक माना जाता है। यहाँ हर साल हजारों पशुपालक राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और अन्य राज्यों से पहुँचते हैं। विशेष रूप से नागौरी बैल, मारवाड़ी घोड़े और सजे-धजे ऊँट मेले की शान कहलाते है...

सैयारा: 2025 का सबसे लोकप्रिय हिंदी गीत

   

एक अन्य स्टोरी ,दुनिया की पहली फिल्म और सिनेमा के जन्म के बारे में भी पढ़ें               YouTube पर रिलीज़ होने के कुछ ही हफ्तों में इसने करोड़ों व्यूज़ पा लिए

सैयारा – ये सिर्फ़ एक गीत नहीं, बल्कि एक एहसास है जिसे हर उस दिल ने महसूस किया है जो कभी प्यार में पड़ा है या उससे बिछड़ गया है। 2025 में जब यह गाना रिलीज़ हुआ, तब किसी को अंदाज़ा नहीं था कि यह गाना लाखों लोगों की ज़िंदगी का हिस्सा बन जाएगा। अरिजीत सिंह और श्रेया घोषाल की आवाज़ों ने जैसे इसमें जान डाल दी हो। उनकी गायकी में जो दर्द, मोहब्बत और सुकून है, वो सीधे दिल को छू जाता है।

गाने के बोल इरशाद कामिल ने लिखे हैं, जिनकी कलम ने हमेशा दिलों की भाषा बोली है। “तू दूर है फिर भी दिल के पास है” जैसी पंक्तियाँ उन रिश्तों की कहानी कहती हैं जो साथ तो नहीं, लेकिन एक-दूसरे से जुदा भी नहीं। प्रीतम का संगीत इस पूरे माहौल को और भी गहराई देता है। न कोई भारी वाद्य यंत्र, न कोई दिखावा — बस सादगी में डूबा हुआ संगीत, जो हर शब्द को महसूस कराता है।

इस गाने की ख़ास बात ये है कि यह सिर्फ़ एक प्रेम कहानी नहीं कहता, बल्कि एक अधूरी मोहब्बत का आईना है। बहुत से लोग जो किसी को चाहकर भी साथ नहीं पा सके, उन्होंने इस गीत में खुद को पाया। यही वजह है कि "सैयारा" भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में लोगों की प्लेलिस्ट का हिस्सा बन गया।

YouTube पर रिलीज़ होने के कुछ ही हफ्तों में इसने करोड़ों व्यूज़ पा लिए, Spotify और JioSaavn जैसे म्यूज़िक ऐप्स पर यह महीनों तक टॉप ट्रेंड में बना रहा।Billboard Global Excl. US लिस्ट में इसकी एंट्री ने दिखा दिया कि एक सच्चा, दिल से निकला हुआ गाना कहीं भी पहुँच सकता है।

वीडियो में रणवीर कपूर और कियारा आडवाणी की जोड़ी ने कहानी को और भी दिलचस्प बना दिया। हिमालय की वादियों में फिल्माया गया यह गाना सिर्फ़ सुनने में नहीं, देखने में भी सुकून देता है। हर सीन एक तस्वीर की तरह दिल में बस जाता है।

सैयारा की सबसे बड़ी खूबी इसकी सच्चाई है — न ओवरड्रामेटिक संगीत, न दिखावटी भावनाएं। बस एक सीधा, सच्चा, और दिल से निकला गीत जो सुनने वाले को अपने आप में समा लेता है।

टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट

प्रतापगढ़ विलेज थीम रिज़ॉर्ट Haryana — शहर के शोर से दूर देहात की सुकून भरी झलक

भीमबेटका: मानव सभ्यता के आरंभ का अद्भुत प्रमाण

नामीबिया: भारत के यात्रियों के लिए अफ्रीका का अनछुआ हीरा

जारवा: अंडमान के रहस्यमयी आदिवासी जो आज भी मौजूद हैं

माउंट आबू: अरावली की गोद में सजी प्राकृतिक स्वर्ग नगरी

जिनेवा और इंटरलाकेन में देखने को मिलता है बॉलीवुड का जादू

चौखी धानी: जयपुर में संस्कृति, कला और देहात की आत्मा को भी अपने साथ समेटे हुए है

डिजिटल दुनिया की मार : आँखें थकीं, कान पके

दुनिया की पहली फोटो की कहानी

“आस्था और इतिहास की झलक: आगरा का दयालबाग मंदिर”