लद्दाख की अनोखी विवाह प्रणाली: परंपरा और आधुनिकता का संगम
अनोखी विवाह प्रणाली भारत के उत्तर में स्थित लद्दाख अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ठंडे मौसम और बौद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन यहाँ की एक और खास बात है -इसकी विवाह प्रणाली। लद्दाख में शादी केवल दो लोगों का मिलन नहीं होती, बल्कि यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव की तरह मनाई जाती है। पारंपरिक रीति-रिवाज़, पारिवारिक निर्णय और समुदाय की भागीदारी इस प्रथा को और भी अनोखा बना देती है। पारंपरिक ‘अरेंज मैरिज’ की प्रथा लद्दाख में शादी प्रायः अरेंज मैरिज यानी पारिवारिक तय की गई शादियों के रूप में होती है। विवाह के लिए वर और वधू के परिवार आपस में बैठकर निर्णय लेते हैं। कई बार बच्चे की शादी का प्रस्ताव बचपन में ही तय कर दिया जाता है। वर और वधू की राशि, परिवार की स्थिति और समाज में प्रतिष्ठा को ध्यान में रखा जाता है। शादी की तारीख ज्योतिष के अनुसार निकाली जाती है और इसे बहुत शुभ अवसर माना जाता है। विशेष बात– लद्दाख में शादी से पहले दोनों परिवारों के बीच आपसी सम्मान और