नामीबिया: भारत के यात्रियों के लिए अफ्रीका का अनछुआ हीरा
हांगकांग की चमकती गगनचुंबी इमारतों के बीच, जब रात का आसमान शहर की रोशनी से जगमगाता है, तब उसी ऊँचाई पर Rosewood Hotel की एक मंज़िल पर बसा है CHAAT एक ऐसा रेस्टोरेंट जो भारतीय भोजन को वैश्विक मंच पर नई पहचान दे रहा है। यह रेस्टोरेंट भारतीय स्वाद, परंपरा और आधुनिकता का ऐसा संगम है, जो न केवल भारत की याद दिलाता है बल्कि उसे नई ऊँचाइयों तक पहुँचाता है।
CHAAT रेस्टोरेंट की शुरुआत उस विचार से हुई, जहाँ भारतीय स्ट्रीट फूड के स्वाद को पाँच सितारा माहौल में प्रस्तुत किया जा सके। “CHAAT” नाम अपने आप में भारतीय संस्कृति की उस जीवंत परंपरा का प्रतीक है, जिसमें मसालों की खुशबू, मिठास और खटास का संतुलन होता है। Rosewood Hotel ने इस नाम के साथ एक ऐसा अनुभव रचा, जिसमें हर डिश एक कहानी कहती है।
इस रेस्टोरेंट के पीछे की प्रेरणा भारत के विभिन्न शहरों की गलियों से आई — दिल्ली की चाट, मुंबई की भेलपुरी, लखनऊ के कबाब, और कोलकाता के काठी रोल — इन सबके स्वाद को एक नई प्रस्तुति में दुनिया के सामने लाना इसका लक्ष्य था। हांगकांग जैसे वैश्विक शहर में इस रेस्टोरेंट ने यह साबित कर दिया कि भारतीय स्ट्रीट फूड भी फाइन डाइनिंग का हिस्सा बन सकता है।
रेस्टोरेंट का माहौल भी उतना ही मनमोहक है — लकड़ी की गर्म सजावट, पीतल की झिलमिल रोशनी और समुद्र की ओर खुलते बड़े शीशे, जो पूरे हांगकांग हार्बर का नज़ारा दिखाते हैं। हर डिश के साथ एक कहानी जुड़ी होती है और शेफ इसे “कला और भावना का संगम” मानते हैं।
CHAAT केवल एक रेस्टोरेंट नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और पाक-कला का दूत है। यह भारतीय त्योहारों जैसे दिवाली, होली और ईद के अवसर पर विशेष मेन्यू पेश करता है, जिससे प्रवासी भारतीयों को घर जैसा एहसास मिलता है। यहाँ आने वाले विदेशी अतिथि भी भारतीय मसालों की जादूई दुनिया से प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते।
CHAAT ने यह दिखाया है कि भारतीय भोजन अब केवल पारंपरिक नहीं रहा, बल्कि यह एक आधुनिक कला का रूप ले चुका है — जो अपनी जड़ों से जुड़ा रहते हुए भी भविष्य की ओर देखता है।
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